राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल : डिजिटल युग में इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ साइबर अपराध (Cyber Crime) जैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी, हैकिंग, साइबर बुलिंग और बैंक खातों से पैसे चुराने की घटनाएँ भी बढ़ रही हैं। इन अपराधों से निपटने के लिए भारत सरकार ने राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (National Cyber Crime Reporting Portal) की शुरुआत की है, जिसे सामान्य रूप से Cyber Crime Portal कहा जाता है। यह पोर्टल गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) के तहत संचालित होता है और नागरिकों को घर बैठे ऑनलाइन साइबर अपराध की शिकायत दर्ज करने की सुविधा प्रदान करता है।
साइबर क्राइम पोर्टल की मुख्य विशेषताएँ :
- कभी भी, कहीं से भी शिकायत दर्ज की जा सकती है।
- बिना पुलिस स्टेशन जाए शिकायत दर्ज की जा सकती है।
- शिकायतकर्ता की जानकारी सुरक्षित और गोपनीय रखी जाती है।
- पोर्टल का इंटरफेस सरल और हिंदी सहित कई भाषाओं में उपलब्ध है।
- शिकायत को संबंधित राज्य/केंद्र शासित प्रदेश की साइबर सेल को भेजा जाता है।
- महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों की शिकायत को प्राथमिकता दी जाती है।
किन अपराधों की शिकायत दर्ज की जा सकती है?
- हैकिंग : ईमेल, सोशल मीडिया अकाउंट या डिवाइस हैकिंग।
- बच्चों के खिलाफ अपराध : चाइल्ड पोर्नोग्राफी, ऑनलाइन शोषण।
- महिलाओं के खिलाफ अपराध : साइबर स्टॉकिंग, ऑनलाइन उत्पीड़न।
- वित्तीय धोखाधड़ी : बैंक फ्रॉड, क्रेडिट/डेबिट कार्ड फ्रॉड, यूपीआई स्कैम।
- सोशल मीडिया अपराध : धमकी, अश्लील संदेश, मॉर्फ्ड तस्वीरें, ब्लैकमेलिंग।
- अन्य : फर्जी वेबसाइट, जाली नौकरी ऑफर, डेटा चोरी, साइबर बुलिंग।
साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया
- cybercrime.gov.in वेबसाइट पर जाएँ। लॉगिन/रजिस्ट्रेशन करें।
- महिलाओं और बच्चों से संबंधित अपराधों की शिकायत बिना लॉगिन के दर्ज की जा सकती है।
- अन्य अपराधों के लिए रजिस्ट्रेशन और लॉगिन अनिवार्य है।
- “File a Complaint” विकल्प चुनें। अपराध की श्रेणी का चयन करें।
- शिकायतकर्ता का नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल डालें।
- अपराध का विवरण (क्या, कब, कैसे हुआ) डालें।
- स्क्रीनशॉट, चैट, ईमेल, या अन्य प्रमाण अपलोड करें।
- जानकारी जाँचकर सबमिट करें। आपको एक Complaint ID मिलेगी, जिससे शिकायत की स्थिति ट्रैक की जा सकती है।
शिकायत दर्ज करने के बाद क्या होता है?
- शिकायत संबंधित साइबर सेल को भेजी जाती है।
- साइबर पुलिस अतिरिक्त जानकारी के लिए संपर्क कर सकती है।
- जाँच के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाती है, जैसे अपराधी की गिरफ्तारी या धोखाधड़ी की राशि की वसूली।
फर्जी शिकायत का परिणाम :
- झूठी या फर्जी शिकायत दर्ज करने पर भारतीय दंड संहिता (IPC) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) के तहत कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
- केवल सही और सत्यापित जानकारी प्रदान करें।
हेल्पलाइन और संपर्क :
- हेल्पलाइन नंबर : 1930 (वित्तीय धोखाधड़ी के लिए)।
- स्थानीय साइबर सेल या पुलिस स्टेशन से संपर्क कर सकते हैं ।
- वेबसाइट पर अतिरिक्त जानकारी और सहायता उपलब्ध है।
अतिरिक्त सुझाव : साइबर अपराध से बचाव
- संदिग्ध लिंक से बचें : अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- जागरूकता : फर्जी कॉल, ईमेल या मैसेज से सावधान रहें।
- दो-चरणीय सत्यापन (2FA ) : अपने खातों पर 2FA सक्रिय करें।
- सुरक्षित पासवर्ड : मजबूत और नियमित रूप से बदले गए पासवर्ड का उपयोग करें।
- सॉफ्टवेयर अपडेट : अपने डिवाइस और सॉफ्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करें।
राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल एक सुरक्षित और उपयोगी मंच है, जो नागरिकों को साइबर अपराधों की शिकायत आसानी से दर्ज करने की सुविधा देता है। यह पोर्टल खासकर महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करता है। यदि आप साइबर अपराध का शिकार होते हैं, तो तुरंत इस पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें। साइबर सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है!