भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न : “भारत रत्न” भारत गणराज्य का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो उन व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने राष्ट्र के लिए असाधारण सेवा प्रदान की हो। यह सम्मान भारतीय गणराज्य की सबसे प्रतिष्ठित मान्यता है, जो किसी व्यक्ति की उत्कृष्ट उपलब्धियों और राष्ट्रहित में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए दिया जाता है। भारत रत्न न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अत्यंत सम्मानित माना जाता है।
भारत रत्न की स्थापना :
भारत रत्न पुरस्कार की स्थापना 1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद द्वारा की गई थी। इसे भारत सरकार द्वारा नागरिक सम्मान योजना के अंतर्गत प्रारंभ किया गया था। यह पुरस्कार मूल रूप से कला, साहित्य, विज्ञान, और सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में दिया जाता था, लेकिन वर्ष 2011 में इसके दायरे को बढ़ाकर खेल क्षेत्र को भी इसमें शामिल कर लिया गया।
भारत रत्न प्राप्तकर्ता – 1954 से 2024 तक
1954
- चक्रवर्ती राजगोपालाचारी – राजनीति
- डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन – शिक्षा और दर्शन
- डॉ. सी. वी. रमन – विज्ञान (भौतिकी)
1955
- भगवान दास – शिक्षा और दर्शन
- एम. विश्वेश्वरैया – अभियंत्रण (इंजीनियरिंग)
- पंडित जवाहरलाल नेहरू – राजनीति
1957
- गोविंद बल्लभ पंत – राजनीति
1958
- धोंडो केशव कर्वे – समाज सुधार
1961
- डॉ. बी. सी. रॉय – चिकित्सा और राजनीति
- पुरुषोत्तम दास टंडन – राजनीति, शिक्षा
1962
- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद – राजनीति
1963
- डॉ. ज़ाकिर हुसैन – शिक्षा
- पंडुरंग वामन काने – कानून और इतिहास
1966
- लाल बहादुर शास्त्री – राजनीति
1971
- इंदिरा गांधी – राजनीति
1975
- वराहगिरी वेंकट गिरी – राजनीति, श्रमिक हित
1976
- के. कामराज – राजनीति
1980
- मदर टेरेसा – समाज सेवा
1983
- विनोबा भावे – समाज सुधार
1987
- खान अब्दुल गफ्फार खान (पाकिस्तान) – स्वतंत्रता संग्राम
1988
- एम. जी. रामचंद्रन – सिनेमा और राजनीति
1990
- डॉ. भीमराव अंबेडकर – समाज सुधार, कानून
- नेल्सन मंडेला (दक्षिण अफ्रीका) – मानवाधिकार, अंतरराष्ट्रीय स्तर
1991
- राजीव गांधी – राजनीति
- सरदार वल्लभभाई पटेल – स्वतंत्रता संग्राम, एकीकरण
- मोरारजी देसाई – राजनीति
1992
- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद – शिक्षा और स्वतंत्रता संग्राम
- जे. आर. डी. टाटा – उद्योग और विमानन
- सत्यजीत रे – सिनेमा
1997
- गुलजारीलाल नंदा – राजनीति
- अरुणा आसफ अली – स्वतंत्रता संग्राम
- डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम – विज्ञान और रक्षा
1998
- एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी – संगीत
- सी. सुब्रमण्यम – कृषि
1999
- जयप्रकाश नारायण – राजनीति और समाज सेवा
- अमर्त्य सेन – अर्थशास्त्र
- गोपीनाथ बोरदोलोई – राजनीति
- रविशंकर – संगीत
2001
- लता मंगेशकर – संगीत
- बिस्मिल्ला खान – शास्त्रीय संगीत
2009
- भीमसेन जोशी – शास्त्रीय संगीत
2014
- सचिन तेंदुलकर – खेल (क्रिकेट)
- सी. एन. आर. राव – विज्ञान (रसायन शास्त्र)
2015
- अटल बिहारी वाजपेयी – राजनीति और साहित्य
- मदन मोहन मालवीय – शिक्षा और स्वतंत्रता संग्राम
2019
- प्रणब मुखर्जी – राजनीति
- नानाजी देशमुख – सामाजिक सेवा
- भूपेन हजारिका – संगीत
2024
- करपूरि ठाकुर – राजनीति और सामाजिक न्याय
- लालकृष्ण आडवाणी – राजनीति
- चौधरी चरण सिंह – कृषि और राजनीति
- पी. वी. नरसिम्हा राव – राजनीति
- एम. एस. स्वामीनाथन – कृषि, हरित क्रांति
भारत रत्न में क्या मिलता है?
- एक ताम्र-पत्र (Medallion) — पीपल के पत्ते के आकार का मेडल होता है, जिस पर सामने “भारत रत्न” और पीछे भारत का प्रतीक चिन्ह (अशोक स्तंभ) बना होता है।
- एक प्रशस्ति पत्र (Citation) — इसमें पुरस्कार पाने वाले का नाम, क्षेत्र और योगदान लिखा होता है।
- राष्ट्रपति द्वारा सम्मान समारोह — राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह में यह सम्मान प्रदान किया जाता है।
भारत रत्न न केवल भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, बल्कि यह उन व्यक्तियों की पहचान और सम्मान है जिन्होंने राष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों—जैसे राजनीति, शिक्षा, विज्ञान, समाज सेवा, कला, संगीत, खेल आदि—में अभूतपूर्व योगदान दिया है। 1954 में प्रारंभ हुआ यह सम्मान वर्षों से देश और विश्व के महान विभूतियों को दिया गया है, जिन्होंने भारत की प्रतिष्ठा को ऊँचाइयों तक पहुँचाया। इस पुरस्कार में कोई धनराशि शामिल नहीं होती, बल्कि यह सम्मान केवल राष्ट्र द्वारा दी जाने वाली सर्वोच्च मान्यता का प्रतीक है। प्रत्येक भारतीय के लिए यह गर्व की बात है कि ऐसे महान लोगों ने देश को दिशा और प्रेरणा दी है।






