मिस वर्ल्ड 2025 : मिस वर्ल्ड सिर्फ एक सौंदर्य प्रतियोगिता नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर महिलाओं की प्रतिभा, करुणा और सामाजिक चेतना को प्रस्तुत करने का एक प्रतिष्ठित मंच है। इसकी शुरुआत 1951 में इंग्लैंड से हुई थी, और तब से यह प्रतियोगिता लाखों महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है। हर वर्ष इस मंच पर दुनिया भर की सुंदरियों में से एक को ताज पहनाया जाता है, जो न केवल दिखने में सुंदर होती है, बल्कि समाज के प्रति अपनी सोच और सेवा के लिए भी जानी जाती है।
मिस वर्ल्ड क्या है?
मिस वर्ल्ड (Miss World) विश्व की सबसे प्रतिष्ठित सौंदर्य प्रतियोगिताओं में से एक है, जिसकी शुरुआत वर्ष 1951 में इंग्लैंड में हुई थी। यह केवल एक ब्यूटी कॉन्टेस्ट नहीं है, बल्कि महिलाओं को समाज सेवा, शिक्षा, नेतृत्व और व्यक्तिगत विकास के क्षेत्र में उत्कृष्टता दिखाने का मंच भी प्रदान करता है। “ब्यूटी विद ए पर्पज़” (Beauty with a Purpose) इसका प्रमुख सिद्धांत है, जो प्रतियोगिता को केवल बाहरी सुंदरता से परे एक गहराई प्रदान करता है।
मिस वर्ल्ड 2025 : आयोजन और विजेता
- मिस वर्ल्ड 2025 का आयोजन भारत के हैदराबाद शहर में 31 मई 2025 को हुआ। यह भारत के लिए गौरव की बात थी कि उसने एक बार फिर इस वैश्विक कार्यक्रम की मेजबानी की। इस प्रतियोगिता में 110 से अधिक देशों की प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
- विजेता – ओपल सुचाता चुआंगस्री (थाईलैंड)
- थाईलैंड की 21 वर्षीय ओपल सुचाता चुआंगस्री को मिस वर्ल्ड 2025 का ताज पहनाया गया। वे राजनीति विज्ञान की छात्रा हैं और महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। उनके प्रोजेक्ट “OpalForHer” को जूरी ने काफी सराहा, जो स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने और जांच को बढ़ावा देने के लिए है।
ओपल की पृष्ठभूमि :
- जन्म : 20 सितंबर 2003, फुकेत, थाईलैंड
- शिक्षा : थम्मसाट यूनिवर्सिटी, राजनीति विज्ञान की छात्रा
- भाषा एँ : थाई, अंग्रेज़ी और चीनी
- समाजसेवी पहल : “OpalForHer” नामक पहल के तहत स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने और महिलाओं को स्वास्थ्य परीक्षण हेतु प्रोत्साहित करना
अन्य प्रमुख प्रतियोगी और उपविजेता
- प्रथम उपविजेता : हसेट डेरेजे अदमासु (इथियोपिया)
- द्वितीय उपविजेता : माजा क्लैज्डा (पोलैंड)
- तृतीय उपविजेता : ऑरेलि जोआचिम (मार्टीनिक)
प्रतियोगिता के मुख्य चरण
मिस वर्ल्ड में विभिन्न चरण होते हैं जो यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रतिभागी केवल सुंदर ही नहीं, बल्कि सशक्त, विचारशील और समाज के प्रति जिम्मेदार भी हों:
- ब्यूटी विद ए पर्पज़ (Beauty With A Purpose) – सामाजिक कार्य आधारित प्रेजेंटेशन
- हेड-टू-हेड चैलेंज – भाषण और आत्म-प्रस्तुति
- टैलेंट राउंड – सांस्कृतिक या व्यक्तिगत कौशल
- टॉप मॉडल राउंड
- स्पोर्ट्स और फिटनेस राउंड
- Q&A राउंड (Final Interview) – निर्णायकों के सवालों के उत्तर
भारत की प्रतिभागी : नंदिनी गुप्ता
भारत की ओर से राजस्थान की नंदिनी गुप्ता ने मिस वर्ल्ड 2025 में भाग लिया। वे पहले फेमिना मिस इंडिया 2023 की विजेता रह चुकी हैं। उन्होंने अपनी प्रस्तुति और सामाजिक योगदान के ज़रिए जजों का ध्यान खींचा और टॉप 20 में अपनी जगह बनाई।
मिस वर्ल्ड का सामाजिक प्रभाव :
इस प्रतियोगिता का मकसद केवल सुंदरियों को मंच देना नहीं, बल्कि उन्हें सामाजिक कार्यों के लिए प्रेरित करना भी है। “Beauty with a Purpose” नामक पहल के तहत विजेता और प्रतिभागी समाज के विविध मुद्दों जैसे — शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, बाल कल्याण और पर्यावरण सुरक्षा पर कार्य करती हैं।
भारत का प्रदर्शन और उपलब्धियाँ
भारत ने अब तक 6 बार मिस वर्ल्ड का खिताब जीता है:
- रीता फारिया (1966) – पहली एशियाई विजेता
- ऐश्वर्या राय (1994)
- डायना हेडन (1997)
- युक्ता मुखी (1999)
- प्रियंका चोपड़ा (2000)
- मानुषी छिल्लर (2017)
- इन विजेताओं ने न केवल मिस वर्ल्ड मंच पर भारत का नाम रोशन किया, बल्कि फिल्म, समाजसेवा और वैश्विक मंचों पर भी अपनी पहचान बनाई।
क्या बनाता है किसी को मिस वर्ल्ड (Miss World)?
मिस वर्ल्ड वह होती है जो केवल बाहरी सुंदरता में नहीं, बल्कि :
- सोच में परिपक्व,
- समाज के प्रति समर्पित,
- आत्मविश्वासी,
- वैश्विक मुद्दों के प्रति संवेदनशील हो।
- ओपल सुचाता चुआंगस्री ने यही सिद्ध किया कि आज की मिस वर्ल्ड सिर्फ रैंप वॉक की रानी नहीं, बल्कि बदलाव की वाहक है।
मिस वर्ल्ड एक ऐसा मंच है जहां “सौंदर्य” और “उद्देश्य” का संगम होता है। मिस वर्ल्ड 2025 में ओपल की जीत ने यह साबित कर दिया कि यह प्रतियोगिता आज भी महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें वैश्विक पहचान दिलाने का सशक्त माध्यम है। यह प्रतियोगिता युवतियों को सपनों को आकार देने और समाज में बदलाव लाने का सशक्त मंच प्रदान करती है।






