ई-मौसम कृषि सेवा किसानों के लिए मौसम आधारित एक डिजिटल वरदान : ई-मौसम कृषि सेवा एक अत्याधुनिक डिजिटल सेवा है जिसे भारत सरकार ने किसानों की कृषि गतिविधियों को और अधिक सुरक्षित, लाभकारी और वैज्ञानिक बनाने के उद्देश्य से शुरू किया है। इस सेवा के माध्यम से किसानों को उनके क्षेत्र के मौसम की सटीक जानकारी, पूर्वानुमान और कृषि सलाह SMS, मोबाइल ऐप और वेबसाइट के माध्यम से दी जाती है। इसका संचालन मुख्य रूप से भारतीय मौसम विभाग (IMD) और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के सहयोग से किया जाता है।
इस सेवा का उद्देश्य क्या है?
ई-मौसम कृषि सेवा का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनके स्थान के अनुसार सटीक मौसम पूर्वानुमान और कृषि सलाह उपलब्ध कराना है, जिससे वे बेहतर कृषि निर्णय ले सकें, जैसे कि:
- कब बुवाई करें
- कब सिंचाई करें या रोकें
- कब खाद या कीटनाशक डालें
- फसल की कटाई का सही समय क्या हो
- तूफान, भारी वर्षा, ओलावृष्टि या सूखे की चेतावनी
सेवा की विशेषताएँ :
- स्थान आधारित मौसम पूर्वानुमान
किसानों को उनके जिले या ब्लॉक स्तर पर मौसम की जानकारी मिलती है, जैसे – तापमान, वर्षा, नमी, हवा की गति आदि। - साप्ताहिक कृषि सलाह
मौसम के पूर्वानुमान के आधार पर वैज्ञानिक कृषि सलाह मिलती है, जो कृषि वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की जाती है। - SMS और ऐप अलर्ट
पंजीकृत किसानों को मोबाइल पर SMS के माध्यम से मौसम और कृषि सलाह भेजी जाती है। इसके अलावा मोबाइल ऐप के माध्यम से भी सूचना उपलब्ध है। - स्थानीय भाषाओं में जानकारी
सेवा को क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध कराया गया है जिससे किसानों को जानकारी समझने में सुविधा होती है।
e-Mausam सेवा का उपयोग कैसे करें?
1. SMS सेवा के माध्यम से
- किसान अपने मोबाइल नंबर को अपने जिले के कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) में पंजीकृत करवा सकते हैं।
- एक बार पंजीकरण होने के बाद मौसम और कृषि सलाह से संबंधित SMS नियमित रूप से प्राप्त होंगे।
- एसएमएस पर मौसम पूर्वानुमान प्राप्त करने के लिए किसान ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं
- ऑनलाइन पंजीकरण-के लिए लिंक पर क्लिक करे, हिंदी | English (Haryana only)
2. मोबाइल ऐप के माध्यम से
- किसान “Meghdoot” ऐप (IMD और ICAR द्वारा विकसित) को Google Play Store से डाउनलोड कर सकते हैं।
- ऐप में अपनी लोकेशन सिलेक्ट करके साप्ताहिक मौसम रिपोर्ट और कृषि सलाह प्राप्त कर सकते हैं।
3. वेबसाइट के माध्यम से
- वेबसाइट : https://mausam.imd.gov.in या https://agricoop.nic.in पर जाकर किसान विस्तृत मौसम पूर्वानुमान और सलाह प्राप्त कर सकते हैं।
किसानों को कैसे होता है लाभ?
- फसल खराब होने का खतरा कम होता है।
- समय की बचत और उत्पादन में वृद्धि होती है।
- प्राकृतिक आपदाओं से पहले चेतावनी मिलती है।
- संसाधनों (पानी, खाद, बीज) का सही उपयोग होता है।
किन राज्यों में उपलब्ध है यह सेवा?
- ई-मौसम कृषि सेवा वर्तमान में भारत के 700+ जिलों में सक्रिय है और इसका दायरा धीरे-धीरे और राज्यों में बढ़ाया जा रहा है। राज्य सरकारों और कृषि विज्ञान केंद्रों की मदद से इस सेवा को गांव-गांव तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
निष्कर्ष : ई-मौसम कृषि सेवा एक क्रांतिकारी कदम है जो किसानों को मौसम की जानकारी और कृषि सलाह डिजिटल माध्यम से उपलब्ध कराता है। यह सेवा न केवल खेती को वैज्ञानिक बनाती है, बल्कि किसानों को प्राकृतिक जोखिमों से बचाने में भी मदद करती है। हर किसान को इस सेवा से जुड़कर लाभ लेना चाहिए ताकि वह सुरक्षित, स्मार्ट और लाभदायक खेती कर सके।