UDID (Unique Disability ID) कार्ड : भारत सरकार ने दिव्यांगजनों (Persons with Disabilities) के लिए एक विशेष पहचान प्रणाली लागू की है जिसे UDID कार्ड (Unique Disability ID Card) कहा जाता है। इसका उद्देश्य देशभर के सभी दिव्यांग व्यक्तियों को एक ही डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर लाकर उन्हें प्रमाणिक पहचान, सरकारी योजनाओं में आसान पहुंच, और अन्य जरूरी सेवाओं का लाभ देना है।
UDID (Unique Disability ID) कार्ड क्या है?
भारत सरकार द्वारा दिव्यांगजनों (Persons with Disabilities) के लिए लागू की गई UDID (Unique Disability ID) योजना का उद्देश्य दिव्यांग नागरिकों को एक एकीकृत डिजिटल पहचान प्रदान करना है। इस पहचान के माध्यम से उन्हें देशभर में सरकारी सेवाओं और योजनाओं का लाभ सरल, प्रमाणिक और पारदर्शी तरीके से मिल सके। UDID कार्ड एक स्मार्ट डिजिटल पहचान पत्र है, जो किसी भी दिव्यांग व्यक्ति की दिव्यांगता की प्रकृति और प्रतिशत, चिकित्सा मान्यता, पहचान और पते को प्रमाणित करता है। यह कार्ड संपूर्ण भारत में मान्य होता है और राज्यवार प्रमाणपत्रों की जरूरत को समाप्त करता है।
UDID कार्ड के लिए पात्रता :
- जिसकी दिव्यांगता 40% या उससे अधिक है
- प्रमाणपत्र चिकित्सा बोर्ड द्वारा जारी होना चाहिए
- आयु की सीमा नहीं है, सभी आवेदन कर सकते हैं
UDID कार्ड से मिलने वाले लाभ :
- बस, ट्रेन और मेट्रो में किराए में छूट।
- सरकारी नौकरी, शिक्षा में आरक्षण के लिए मान्य।
- सरकारी दफ्तरों में कतारों और सेवाओं में विशेष सुविधा।
- पूरे भारत में दिव्यांगता का प्रमाण, किसी राज्य में नया प्रमाणपत्र नहीं चाहिए।
- दिव्यांग पेंशन, छात्रवृत्ति और सहायक उपकरणों जैसी योजनाओं में प्राथमिकता।
UDID कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें?
- आवश्यक दस्तावेज़ :-
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आधार कार्ड / पहचान पत्र
- पता प्रमाण (राशन कार्ड, बिजली बिल आदि)
- दिव्यांग प्रमाण पत्र (जारी चिकित्सा बोर्ड द्वारा)
- नया आवेदन भरें :-
- swavlambancard.gov.in पर जाएं
- व्यक्तिगत जानकारी
- आधार या अन्य पहचान पत्र
- दिव्यांगता प्रमाण पत्र
- फोटो और दस्तावेज अपलोड करें
- फॉर्म जमा करें :-
- सबमिट करते ही एक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलेगा
- मेडिकल बोर्ड से सत्यापन के बाद कार्ड स्वीकृत होगा
- कार्ड की स्थिति देखें और डाउनलोड करें :-
- कार्ड की स्थिति ट्रैक करें
- मंजूरी के बाद कार्ड को पोर्टल से डाउनलोड किया जा सकता है
- जरूरत पड़ने पर भौतिक कॉपी डाक से मंगाई जा सकती है
UDID कार्ड दिव्यांगजनों को न केवल पहचान देता है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता, गरिमा और सरकारी सहायता तक सीधी पहुंच भी प्रदान करता है। यह कार्ड भारत में दिव्यांग नागरिकों को एक सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर करने का एक प्रभावी माध्यम है। अगर आपके परिवार, समुदाय या जान-पहचान में कोई पात्र दिव्यांगजन हैं, तो उन्हें तुरंत UDID कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित करें। इससे उन्हें कई योजनाओं और सुविधाओं का लाभ सरलता से मिल सकेगा।